जैसलमेर के भादरिया गांव में संत हरिवंश सिंह निर्मल ने एक अंडरग्राउंड लाइब्रेरी का निर्माण किया है। इस लाइब्रेरी में 562 शेल्फ हैं और इसमें तकरीबन चार हजार लोग एक साथ बैठकर पढ़ सकते हैं-
भास्कर की एक खबर के मुताबिक, पोकरण के फायरिंग रेंज के पास 1500 आबादी वाले इस गांव में हरिवंश सिंह की कोशिशों से इस खूबसूरत लाइब्रेरी का निर्माण संभव हो पाया है। इस लाइब्रेरी शानदार जगमागे झूमरों से सुसज्जित है। हर शेल्फ के ऊपर सजावटी लैंप हैं।
इस भूमिगत लाइब्रेरी में आपको ढूंढने पर भी धूल का एक कतरा नहीं मिलेगा। इस लाइब्रेरी के रख-रखाव पर हर साल 6-7 लाख रुपए का खर्चा होता है।
इस लाइब्रेरी में आपको हर विषय की पुस्तकें मिल जाएंगी। हर विषय की तकरीबन एक लाख किताबें यहां मौजूद हैं। जगदंबा सेवा समिति द्वारा चलाई जाने वाली इस लाइब्रेरी की भव्यता और पुस्तकों की उपलब्धता के कारण सालाना 60 हजार से भी ज्यादा पर्याटक यहां आते हैं।
इस भूमिगत लाइब्रेरी में आपको ढूंढने पर भी धूल का एक कतरा नहीं मिलेगा। इस लाइब्रेरी के रख-रखाव पर हर साल 6-7 लाख रुपए का खर्चा होता है।
इस लाइब्रेरी में आपको हर विषय की पुस्तकें मिल जाएंगी। हर विषय की तकरीबन एक लाख किताबें यहां मौजूद हैं। जगदंबा सेवा समिति द्वारा चलाई जाने वाली इस लाइब्रेरी की भव्यता और पुस्तकों की उपलब्धता के कारण सालाना 60 हजार से भी ज्यादा पर्याटक यहां आते हैं।
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