रामदेवरा से 12 किलोमीटर दूर है यह स्थान पांच पीपली नाम का यह स्थान जहा दिया था पिरो को परचा , बाबा रामदेवजी जब पाचपीपली स्थान पर रहते थे उस समय पीर बाबा रामदेव जी की परीक्षा लेने के इरादे से वहा पर आए तो उस समय पीरो ने बाबा रामदेव जी को कहा की हमें भूख लगी है, तो उस समय बाबा रामदेव जी ने कहा आप बेठो में आपको खाना खिला देता हु,
जब बाबा रामदेव जी ने पीरो को खाने के लिए कहा तो पीरो ने बाबा रामदेव जी को कहा की हम आपके बरतनों में खाना नहीं खाएगे , हम तो हमारे ही बर्तनों में खाना खाएगे, और हमारे बर्तन तो मक्का मदीना में रह गए है,
अगर आपको हमें खाना खिलाना है तो आप हमारे बर्तन मगवा दीजिए,
तो बाबा रामदेव ने अपने पर्चे से उन बर्तनों को वहा से मगवा दिया , तब पीरो ने जाना की ये कोई मामूली इंसान नहीं है ,
और इसी कारन बाबा रामदेव जी को पीरो की पीर कहा जाता है, और यही कारन है की मुसलमान भी बाबा रामदेव जी को पूजते है,
तो दोस्तों आपको हमारी जानकारी केसी लगी आप हमें जरुर बताना, { जय बाबा री }
इसके बारे में और अधिक जानकारी के लिए इस विडियो को जरुर देखे,
जब बाबा रामदेव जी ने पीरो को खाने के लिए कहा तो पीरो ने बाबा रामदेव जी को कहा की हम आपके बरतनों में खाना नहीं खाएगे , हम तो हमारे ही बर्तनों में खाना खाएगे, और हमारे बर्तन तो मक्का मदीना में रह गए है,
अगर आपको हमें खाना खिलाना है तो आप हमारे बर्तन मगवा दीजिए,
तो बाबा रामदेव ने अपने पर्चे से उन बर्तनों को वहा से मगवा दिया , तब पीरो ने जाना की ये कोई मामूली इंसान नहीं है ,
और इसी कारन बाबा रामदेव जी को पीरो की पीर कहा जाता है, और यही कारन है की मुसलमान भी बाबा रामदेव जी को पूजते है,
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Very nice information
ReplyDeleteThanks for History of Peera
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